31 March से पहले भरें Advance Tax! 70% लोग अभी भी कन्फ्यूज, जानें पूरा Online Process 2025

आगे का कर (Advance Tax) भारत में एक महत्वपूर्ण कर प्रणाली है, जिसके तहत करदाताओं को अपने कर का भुगतान वित्तीय वर्ष के दौरान किश्तों में करना होता है। यह प्रणाली “पे-एज़-यू-अर्न” के सिद्धांत पर आधारित है, जिसका उद्देश्य करदाताओं को वित्तीय वर्ष के अंत में बड़ी राशि का भुगतान करने से बचाना है। 15 मार्च 2025 तक, करदाताओं को अपने आगे के कर की अंतिम किश्त का भुगतान करना होगा, जो वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए है।

आगे का कर उन करदाताओं के लिए लागू होता है जिनकी वेतन से बाहर की आय से होने वाली कुल कर देयता ₹10,000 से अधिक होती है। इसमें किरायापूंजीगत लाभलाभांश, और अन्य स्रोतों से आय शामिल होती है। करदाता आयकर विभाग की ई-फाइलिंग पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं।

Advance Tax Payment Process 2025

आगे का कर भुगतान प्रक्रिया 2025 के बारे में विस्तार से जानकारी निम्नलिखित है:

योजना का विवरण

विशेषताविवरण
कर का नामआगे का कर (Advance Tax)
लागू होने की तिथिवित्तीय वर्ष के दौरान
लक्ष्यकरदाताओं को वित्तीय वर्ष के दौरान कर का भुगतान करना
पात्रतावेतन से बाहर की आय से ₹10,000 से अधिक कर देयता वाले करदाता
भुगतान किश्तें15 जून, 15 सितंबर, 15 दिसंबर, 15 मार्च
आवश्यक दस्तावेज़पैन कार्ड, मोबाइल नंबर, बैंक खाता विवरण
भुगतान प्रक्रियाऑनलाइन ई-फाइलिंग पोर्टल के माध्यम से
हेल्पलाइन नंबर1800-180-1961
आधिकारिक वेबसाइटincometax.gov.in
लाभसमय की बचत, सुविधा

आगे का कर क्यों महत्वपूर्ण है?

कर देयता

  • कर देयता: आगे का कर उन करदाताओं के लिए आवश्यक है जिनकी वेतन से बाहर की आय से होने वाली कुल कर देयता ₹10,000 से अधिक होती है।
  • किश्तों में भुगतान: यह कर वित्तीय वर्ष के दौरान किश्तों में भुगतान किया जाता है।

जुर्माना से बचाव

  • जुर्माना से बचाव: समय पर भुगतान करने से जुर्माना और ब्याज से बचा जा सकता है।
  • कर अनुपालन: यह कर अनुपालन को बढ़ावा देता है और कर प्रणाली को सुव्यवस्थित बनाता है।

आगे का कर कैसे ऑनलाइन जमा करें?

ऑनलाइन भुगतान प्रक्रिया

  1. आयकर विभाग की ई-फाइलिंग पोर्टल पर जाएं।
  2. ई-पे टैक्स विकल्प चुनें।
  3. पैन कार्ड और मोबाइल नंबर दर्ज करें।
  4. ओटीपी सत्यापित करें।
  5. आयकर के विकल्प को चुनें और अग्रिम कर का चयन करें।
  6. वित्तीय वर्ष और भुगतान प्रकार चुनें।
  7. भुगतान राशि दर्ज करें और भुगतान करें
  8. चालान प्राप्त करें।

आगे का कर के लिए आवश्यक दस्तावेज़

  • पैन कार्ड
  • मोबाइल नंबर
  • बैंक खाता विवरण
  • आय का अनुमान

आगे का कर के लिए भुगतान किश्तें

किश्तें

  • 15 जून: 15% की किश्त
  • 15 सितंबर: 45% की किश्त (पहली किश्त को मिलाकर)
  • 15 दिसंबर: 75% की किश्त (पहली दो किश्तों को मिलाकर)
  • 15 मार्च: 100% की किश्त (सभी किश्तों को मिलाकर)

आगे का कर से जुड़े कुछ सवाल-जवाब

Q1: आगे का कर क्या है?

आगे का कर वित्तीय वर्ष के दौरान आय के अनुमान के आधार पर किश्तों में भुगतान किया जाने वाला कर है।

Q2: आगे का कर कैसे ऑनलाइन जमा करें?

आगे का कर आयकर विभाग की ई-फाइलिंग पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन जमा किया जा सकता है।

आगे का कर के भविष्य की संभावनाएं

भविष्य में आगे का कर की प्रणाली और भी व्यापक हो सकती है, जिससे अधिक से अधिक करदाताओं को इसका लाभ मिलेगा। आयकर विभाग इस प्रक्रिया को और भी डिजिटल माध्यमों से जोड़ने की योजना बना रहा है, जिससे लोगों को और भी आसानी होगी।

Disclaimer:

यह लेख जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। आगे का कर वास्तव में एक महत्वपूर्ण कर प्रणाली है, जो वित्तीय वर्ष के दौरान आय के अनुमान के आधार पर किश्तों में भुगतान की जाती है। इसकी अंतिम किश्त 15 मार्च 2025 तक जमा करनी होती है, जो वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए है। ऑनलाइन भुगतान आयकर विभाग की ई-फाइलिंग पोर्टल के माध्यम से किया जा सकता है, जिसमें पैन कार्ड और मोबाइल नंबर आवश्यक होते हैं। हालांकि, यह जानकारी विभिन्न स्रोतों से ली गई है और व्यक्तिगत परिस्थितियों के अनुसार भिन्न हो सकती है। इसलिए, अपने विशिष्ट मामले के लिए विशेषज्ञ से परामर्श लेना उचित होगा। 70% लोगों का कन्फ्यूज होना की जानकारी विशिष्ट नहीं है, क्योंकि यह प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है और आसानी से की जा सकती है।

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