MANREGA 2025 नई गाइडलाइन: अब नहीं मिलेगा आधा पैसा! ऐसे होगा हाजिरी वेरीफिकेशन, जल्द करें ये जरूरी काम

महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA) के तहत मजदूरों को 100 दिनों का गारंटीड रोजगार प्रदान किया जाता है, जिससे उन्हें आर्थिक सुरक्षा मिलती है। हाल ही में, सरकार ने इस योजना के लिए कुछ नई गाइडलाइंस जारी की हैं, जिनका उद्देश्य मजदूरों की हाजिरी को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाना है। इन गाइडलाइंस के अनुसार, अब मजदूरों की हाजिरी का सत्यापन फेस रिकग्निशन और मोबाइल ऐप के माध्यम से किया जाएगा, जिससे भुगतान में पारदर्शिता बढ़ेगी।

MGNREGA के तहत मजदूरों को उनकी मजदूरी सीधे बैंक खाते में मिलती है, जिससे उन्हें वित्तीय सुरक्षा मिलती है। इस योजना के माध्यम से न केवल रोजगार की गारंटी मिलती है, बल्कि यह ग्रामीण क्षेत्रों से शहरों की ओर पलायन को भी रोकने में मदद करती है। हालांकि, मजदूरों को अक्सर बकाया मजदूरी की समस्या का सामना करना पड़ता है, जिस पर सरकार ने हाल ही में अपडेट दी है।

New Guidelines for MGNREGA 2025

MGNREGA के लिए नई गाइडलाइंस 2025 के बारे में विस्तार से जानकारी निम्नलिखित है:

योजना का विवरण

विशेषताविवरण
योजना का नाममहात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA)
लॉन्च किया गयाकेंद्र सरकार द्वारा
लक्ष्यग्रामीण क्षेत्रों में 100 दिनों का गारंटीड रोजगार प्रदान करना
पात्रताग्रामीण क्षेत्रों के नागरिक
हाजिरी सत्यापनफेस रिकग्निशन और मोबाइल ऐप के माध्यम से
वित्तीय लाभमजदूरी सीधे बैंक खाते में जमा की जाती है
पारदर्शिताभुगतान प्रणाली में पारदर्शिता बढ़ी है
जियोटैगिंगकार्यस्थलों की जियोटैगिंग की जाती है
नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम (NMMS)वास्तविक समय में हाजिरी की निगरानी

MGNREGA के लिए हाजिरी सत्यापन कैसे होगा?

फेस रिकग्निशन

  • फेस रिकग्निशन: मजदूरों की हाजिरी का सत्यापन अब फेस रिकग्निशन के माध्यम से किया जाएगा, जो आधार डेटा से जुड़ा होगा।
  • पारदर्शिता: यह प्रणाली भुगतान में पारदर्शिता बढ़ाती है और गैर-कानूनी पहुंच को रोकती है।

मोबाइल ऐप

  • मोबाइल ऐप: मजदूरों की हाजिरी का सत्यापन मोबाइल ऐप के माध्यम से भी किया जाएगा, जिससे वास्तविक समय में निगरानी हो सके।
  • NMMS: नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम (NMMS) के माध्यम से हाजिरी की निगरानी की जाती है।

MGNREGA के लिए आवश्यक दस्तावेज़

  • आधार कार्ड
  • निवास प्रमाण पत्र
  • वोटर आईडी
  • बैंक खाता विवरण
  • मोबाइल नंबर

MGNREGA के लिए आवेदन प्रक्रिया

  1. UMANG ऐप या वेबसाइट पर जाएं।
  2. लॉगिन या रजिस्ट्रेशन करें।
  3. MGNREGA को सर्च करें और “Apply for Job Card” चुनें।
  4. आवश्यक जानकारी भरें और दस्तावेज़ अपलोड करें।
  5. आवेदन पत्र जमा करें और पंजीकरण संख्या नोट करें।

MGNREGA के लिए नाम चेक करने की प्रक्रिया

  1. NREGA की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
  2. “Job Card” विकल्प चुनें।
  3. राज्य, जिला, ब्लॉक, और पंचायत की जानकारी दर्ज करें।
  4. नाम चेक करें और Job Card को डाउनलोड करें।

MGNREGA के लाभ

गारंटीड रोजगार

  • 100 दिनों का रोजगार: प्रत्येक वर्ष ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को 100 दिनों का गारंटीड रोजगार प्रदान किया जाता है।
  • बेरोजगारी भत्ता: यदि किसी कारणवश रोजगार उपलब्ध नहीं होता है, तो बेरोजगारी भत्ता दिया जाता है।

वित्तीय सुरक्षा

  • मजदूरी का सीधा भुगतान: मजदूरी सीधे बैंक खाते में जमा की जाती है, जिससे वित्तीय सुरक्षा मिलती है।
  • पारदर्शिता: सभी रिकॉर्ड ऑनलाइन उपलब्ध होते हैं, जिससे पारदर्शिता बनी रहती है।

महिला सशक्तिकरण

  • महिलाओं की भागीदारी: इस योजना में महिलाओं को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जाता है, जिससे उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा सके।
  • स्थानीय रोजगार: स्थानीय स्तर पर रोजगार प्रदान करने से महिलाओं को अपने परिवार के साथ रहने में मदद मिलती है।

MGNREGA से जुड़े कुछ सवाल-जवाब

Q1: MGNREGA के लिए हाजिरी सत्यापन कैसे होगा?

MGNREGA के लिए हाजिरी सत्यापन फेस रिकग्निशन और मोबाइल ऐप के माध्यम से किया जाएगा।

Q2: MGNREGA के लिए कौन से दस्तावेज़ आवश्यक हैं?

आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, वोटर आईडी, बैंक खाता विवरण, और मोबाइल नंबर आवश्यक दस्तावेज़ हैं।

MGNREGA के भविष्य की संभावनाएं

भविष्य में MGNREGA के माध्यम से और भी अधिक मजदूरों को लाभ मिल सकता है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार की स्थिति में सुधार होगा। सरकार इस योजना को और भी विस्तारित करने की योजना बना रही है, जिससे अधिक से अधिक मजदूरों को इसका लाभ मिल सके।

Disclaimer:

यह लेख जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। MGNREGA के तहत मजदूरों को 100 दिनों का गारंटीड रोजगार प्रदान किया जाता है, और हाजिरी का सत्यापन फेस रिकग्निशन और मोबाइल ऐप के माध्यम से किया जा रहा है। हालांकि, यह जानकारी विशिष्ट नहीं है कि मजदूरों को आधा पैसा नहीं मिलेगा, क्योंकि यह पारदर्शिता और सुरक्षा के लिए है। आधार-आधारित भुगतान प्रणाली (ABPS) का उपयोग भी किया जा रहा है, जो मजदूरी के भुगतान में पारदर्शिता लाता है। फेस रिकग्निशन की प्रणाली अभी परीक्षण के चरण में है, और इसका उपयोग व्यापक रूप से जल्द ही किया जा सकता है।

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