कार्तिक की शरारतों ने मचाई हलचल! 2 बड़ी घटनाओं ने बदल दी उनकी जिंदगी, 10-12 साल की उम्र में जला दिए थे बहन के बाल

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कार्तिक आर्यन, बॉलीवुड के एक प्रमुख अभिनेता, अपने फ़िल्मी करियर के साथ-साथ अपनी मजेदार और रोचक कहानियों के लिए भी जाने जाते हैं। हाल ही में, उन्होंने अपने बचपन की एक घटना साझा की, जिसमें उनकी बहन कृतिका तिवारी के बाल जल गए थे। यह किस्सा न केवल मनोरंजक है, बल्कि यह हमें बच्चों की जिज्ञासा और उसके परिणामों के बारे में भी सोचने पर मजबूर करता है। इस घटना को उनकी माँ माला तिवारी ने भी याद किया, जिसने इस कहानी को और भी दिलचस्प बना दिया।

जब कार्तिक छोटे थे, तब उनकी जिज्ञासा अक्सर उन्हें अजीबोगरीब स्थितियों में डाल देती थी। एक दिन, उन्होंने अपने डिओड्रंट की बोतल पर ‘ज्वलनशील’ का लेबल देखा और इसे आजमाने का फैसला किया। उन्होंने अपनी बहन से मोमबत्ती जलाने को कहा ताकि वह देख सकें कि क्या डिओड्रंट वास्तव में आग पकड़ता है। हालांकि, यह प्रयोग उनके लिए एक गंभीर स्थिति बन गया जब अचानक कृतिका के बालों में आग लग गई। इस घटना ने न केवल परिवार में हलचल मचाई बल्कि यह कार्तिक के लिए भी एक महत्वपूर्ण सीख बन गई।

इस लेख में हम इस मजेदार लेकिन गंभीर घटना का विस्तृत वर्णन करेंगे, जिसमें परिवार की प्रतिक्रियाएं, कार्तिक का बचपन और इस घटना से मिलने वाली सीख शामिल होगी।

जब कार्तिक आर्यन ने जला दिए थे बहन के बाल

किस्सा का विवरण

यह घटना उस समय की है जब कार्तिक आर्यन और उनकी बहन कृतिका तिवारी छोटे थे। कार्तिक की जिज्ञासा और शरारती स्वभाव के कारण यह घटना घटी। एक दिन, उन्होंने देखा कि डिओड्रंट की बोतल पर ‘ज्वलनशील’ का निशान है। उनकी जिज्ञासा ने उन्हें इसे आजमाने पर मजबूर किया। उन्होंने अपनी बहन से कहा कि वह एक मोमबत्ती जलाए ताकि वह देख सकें कि डिओड्रंट वास्तव में आग पकड़ता है या नहीं।

कार्तिक ने मोमबत्ती के पास जाकर डिओड्रंट का छिड़काव करना शुरू कर दिया। लेकिन अचानक, उन्होंने बहुत अधिक स्प्रे कर दिया और कृतिका के बालों में आग लग गई। यह सब कुछ एक पल में हुआ, लेकिन स्थिति गंभीर हो गई। सौभाग्य से, कार्तिक ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और पानी डालकर आग बुझा दी। हालांकि, इस घटना ने उनके परिवार पर गहरा प्रभाव डाला।

परिवार की प्रतिक्रिया

इस घटना के बाद, कार्तिक की माँ माला तिवारी ने उन्हें जमकर डांटा। वह समझती थीं कि यह एक गंभीर गलती थी और उनके बेटे को इसके परिणामों का एहसास होना चाहिए। कार्तिक ने इस अनुभव को साझा करते हुए कहा कि वह अपनी बहन को नुकसान नहीं पहुँचाना चाहते थे; वह बस गलत समय पर खड़ी थीं जब आग लगी थी।

माला तिवारी ने कहा कि यह घटना उनके परिवार के लिए एक महत्वपूर्ण सीख थी। उन्होंने बताया कि बच्चों की जिज्ञासा कभी-कभी खतरनाक हो सकती है और माता-पिता को हमेशा अपने बच्चों की गतिविधियों पर नज़र रखनी चाहिए।

कार्तिक का बचपन

कार्तिक का बचपन मस्ती भरा था, जिसमें कई ऐसे किस्से शामिल हैं जो उनकी जिज्ञासा को दर्शाते हैं। उन्होंने कई बार अपने स्कूल के काम में फिल्म की स्क्रिप्ट लिखी और अपनी पढ़ाई के साथ-साथ अभिनय का सपना भी देखा। उनकी माँ ने बताया कि कैसे वह इंजीनियरिंग की पढ़ाई करते हुए भी फिल्मों में काम करने का प्रयास कर रहे थे।

बचपन की कुछ मजेदार घटनाएँ:

  • स्कूल में स्क्रिप्ट लिखना: कार्तिक ने एक बार अपनी परीक्षा में ‘प्यार का पंचनामा 2’ की कहानी लिखी थी।
  • गाड़ी चलाना: उन्होंने एक पुरानी कार खरीदी थी और अपनी माँ के साथ शूटिंग पर जाते थे।
  • पढ़ाई के दौरान मदद: माला तिवारी हमेशा उनके साथ बैठकर पढ़ाई करती थीं और उन्हें महत्वपूर्ण चीजें बताती थीं।

किस्सा से सीखने योग्य बातें

इस घटना से हमें कई महत्वपूर्ण बातें सीखने को मिलती हैं:

  • सुरक्षा: बच्चों को हमेशा सुरक्षित प्रयोग करने के लिए सिखाना चाहिए।
  • जिज्ञासा: बच्चों की जिज्ञासा को प्रोत्साहित करना चाहिए लेकिन उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन भी देना चाहिए।
  • परिवार का समर्थन: परिवार का समर्थन बच्चों को अपने सपनों को पूरा करने में मदद करता है।

योजना का अवलोकन

यहाँ हम एक सारणी प्रस्तुत कर रहे हैं जो इस किस्से से संबंधित विभिन्न पहलुओं को दर्शाती है:

विशेषताविवरण
किस्साकार्तिक आर्यन द्वारा बहन के बाल जलाने की घटना
उम्रलगभग 10-12 वर्ष
घटना का स्थानघर
प्रयोगडिओड्रंट स्प्रे और मोमबत्ती
परिणामकृतिका के बालों में आग लगना
परिवार की प्रतिक्रियामाला तिवारी द्वारा डांट
सीखसुरक्षा और जिम्मेदारी
वर्तमान स्थितिकार्तिक आर्यन अब एक सफल अभिनेता हैं

समापन विचार

कार्तिक आर्यन की यह कहानी न केवल मनोरंजक है बल्कि यह हमें यह भी याद दिलाती है कि बचपन में हम सभी कुछ न कुछ शरारतें करते हैं। हालांकि, उन शरारतों का परिणाम कभी-कभी गंभीर हो सकता है। इस घटना ने कार्तिक को एक जिम्मेदार व्यक्ति बनने में मदद की है और आज वह अपने करियर में सफल हैं।

Disclaimer: यह कहानी वास्तविक घटना पर आधारित है जो कार्तिक आर्यन के बचपन से जुड़ी हुई है। हालांकि यह एक मजेदार किस्सा है, लेकिन यह हमें सुरक्षा और जिम्मेदारी के महत्व को समझाता है।

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