NEET UG परीक्षा, जिसे राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) के नाम से भी जाना जाता है, भारत में मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा है। यह परीक्षा हर साल लाखों छात्रों द्वारा दी जाती है, जो अपने करियर को चिकित्सा क्षेत्र में आगे बढ़ाना चाहते हैं। हाल ही में, NEET UG परीक्षा में कुछ बड़े बदलावों की घोषणा की गई है, जो छात्रों की तैयारी और परीक्षा के स्वरूप को प्रभावित कर सकते हैं। इस लेख में हम इन बदलावों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे और जानेंगे कि ये बदलाव किस प्रकार से छात्रों के लिए महत्वपूर्ण हैं।
NEET UG परीक्षा में बदलाव
NEET UG 2025 परीक्षा पैटर्न में संभावित बदलाव: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने NEET UG 2025 परीक्षा के पैटर्न में संभावित बदलावों की जानकारी दी है। यह बदलाव एक उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समिति द्वारा सुझाए गए हैं, जिन्हें भारत के सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर गठित किया गया था। इस समिति का गठन NEET UG 2024 परीक्षा में हुई अनियमितताओं और पेपर लीक की घटनाओं के बाद किया गया था।
NEET UG 2025 का अवलोकन
विशेषता | विवरण |
परीक्षा का नाम | NEET UG 2025 |
परीक्षा की तिथि | जल्द ही घोषित की जाएगी |
परीक्षा मोड | ऑफलाइन (संभावित ऑनलाइन/हाइब्रिड) |
प्रश्नों की संख्या | 200 प्रश्न (180 उत्तर देने होंगे) |
समय अवधि | 3 घंटे 20 मिनट |
कुल अंक | 720 अंक |
मार्किंग स्कीम | सही उत्तर पर +4 अंक, गलत उत्तर पर -1 अंक |
उम्र सीमा | कोई ऊपरी उम्र सीमा नहीं |
NEET UG परीक्षा पैटर्न में संभावित परिवर्तन
- ऑनलाइन या हाइब्रिड मोड: NEET UG परीक्षा को ऑनलाइन या हाइब्रिड मोड में आयोजित करने का सुझाव दिया गया है। यदि ऑनलाइन मोड संभव नहीं है, तो हाइब्रिड मॉडल का उपयोग किया जाएगा, जिसमें प्रश्न पत्र डिजिटल रूप से परीक्षा केंद्रों पर भेजा जाएगा और छात्र OMR शीट पर अपने उत्तर देंगे।
- दो-चरणीय परीक्षा प्रणाली: विशेषज्ञ समिति ने सुझाव दिया है कि NEET UG परीक्षा को दो चरणों में आयोजित किया जाए, जैसा कि JEE (जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन) के लिए किया जाता है। इससे उम्मीदवारों की संख्या को बेहतर तरीके से प्रबंधित किया जा सकेगा।
- प्रयासों की संख्या पर प्रतिबंध: समिति ने यह भी सिफारिश की है कि NEET UG परीक्षा में प्रयासों की संख्या को सीमित किया जाए। वर्तमान में, इस परीक्षा के लिए कोई प्रयास सीमा नहीं है।
- स्थायी स्टाफ की भर्ती: NTA को अस्थायी कर्मचारियों के स्थान पर स्थायी कर्मचारियों को नियुक्त करने का सुझाव दिया गया है।
- निजी केंद्रों का उपयोग न करना: NTA को निजी परीक्षा केंद्रों का उपयोग न करने की सलाह दी गई है ताकि परीक्षा प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष हो सके।
छात्रों की चिंताएँ और प्रतिक्रियाएँ
NEET UG aspirants ने इन प्रस्तावित परिवर्तनों पर चिंता व्यक्त की है। कई छात्रों का मानना है कि यदि उम्र सीमा या प्रयास सीमा लागू होती है, तो यह विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के छात्रों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। इसके अलावा, ऑनलाइन या हाइब्रिड मोड में परीक्षा देने से कई छात्रों को तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
डॉ. विवेक पांडे, जो एक RTI कार्यकर्ता हैं, ने NTA को पत्र लिखकर इन परिवर्तनों पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि ये परिवर्तन छात्रों के लिए मानसिक तनाव और असमानता पैदा कर सकते हैं।
NEET UG 2025 के लिए तैयारी कैसे करें
छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी तैयारी जारी रखें और किसी भी संभावित परिवर्तन के बारे में नवीनतम जानकारी प्राप्त करते रहें। यहाँ कुछ सुझाव दिए गए हैं:
- सिलेबस पर ध्यान दें: मौजूदा सिलेबस के अनुसार अध्ययन करें और महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान केंद्रित करें।
- पुनरावलोकन करें: पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें ताकि आप प्रश्नों के प्रकार और पैटर्न को समझ सकें।
- समय प्रबंधन: समय प्रबंधन कौशल विकसित करें ताकि आप निर्धारित समय में सभी प्रश्न हल कर सकें।
- स्वास्थ्य बनाए रखें: मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें ताकि आप अपनी तैयारी के दौरान तनाव मुक्त रह सकें।
निष्कर्ष
NEET UG परीक्षा भारत में चिकित्सा शिक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। हालिया परिवर्तनों ने छात्रों के बीच चिंता उत्पन्न कर दी है, लेकिन यह आवश्यक है कि छात्र अपनी तैयारी जारी रखें और किसी भी नए अपडेट पर नज़र रखें। NEET UG 2025 परीक्षा का आयोजन कैसे होगा, यह आने वाले समय में स्पष्ट होगा।
Disclaimer : यह लेख केवल सूचना प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। NEET UG परीक्षा से संबंधित सभी जानकारी आधिकारिक स्रोतों से प्राप्त करनी चाहिए। किसी भी परिवर्तन या नई जानकारी के लिए NTA की आधिकारिक घोषणाओं पर ध्यान दें।